Friday, October 21, 2016

संघ (RSS) परिवार के सभी सदस्यों को जानिये

*संघ (RSS) परिवार के सभी सदस्यों को जानिये:*

*आर.एस.एस.* अपना सांप्रदायिक रूप छिपाने के लिये अपने संगठनों के सामने भारतीय राष्ट्रीय जैसे शब्द लगाता है. देशद्रोही क्रिया-कलापों के लिये उस पर कई बार पाबंदियाँ लगाई गयी.

*1. भारतीय जनता पार्टी (1980) कार्य:* पहले जनसंघ था, अब भाजपा है. राजनैतिक क्षेत्र में ब्राहमणवादियों का वर्चस्व एवं प्रभाव बनाना. बहुजनों को उनके अधिकारों से वंचित रखने के लिये यह क्षेत्र महत्वपूर्ण है. ओबीसी के मंडल आयोग के खिलाफ रामरथ यात्रा निकालकर ओबीसी के खिलाफ होने का प्रमाण दिया. सत्ता की चाबी हाथ में रखकर पूरे देश पर नियंत्रण रखने का मकसद, फिलहाल कुछ राज्यों में भाजपा की सत्ता है, अतः मकसद में कुछ पैमाने पर कामयाब.

*2. विश्व हिन्दू परिषद (1964) कार्य:* जातिवादी ब्राहमण धर्म का प्रचार प्रसार कर वर्णव्यवस्था का समर्थन करना, देश में जातीय दंगे भड़काना, राममंदिर निर्माण का बहाना बनाकर देश में अशांति फैलाना.

*3. भारतीय मजदूर संघ (1955) कार्य:* कामगार क्षेत्र में घुसकर मनुवादी प्रवृत्ति को जागृत करना, बहुजनों को गुमराह करना.

*4. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (1948) कार्य:* स्कूल एवं कालेज के छात्रों में जातिवाद की प्रवृत्ति जागृत कराना, मंडल आयोग एवं आरक्षण का विरोध करना.

*5. भारतीय जनता युवा मोर्चा कार्य:* युवा पीढी को सांप्रदायिकता का प्रशिक्षण देकर बहुजनों के प्रति उनके मन में नफरत निर्माण करते रहना.

*6. दुर्गा वाहिनी कार्य:* कथित हाई कास्ट महिलाओं को हल्दी कुमकुम एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम के नाम पर संगठित कर मनुवाद के प्रचार प्रसार के लिये तैयार करना.

*7. राष्ट्रीय सेविका समिति (1936) कार्य:* सरकारी एवं चैरिटेबिल संस्थाओं का लाभ कथित हाईकास्ट की महिलाओं को पहुंचाना, देश सेवा के नाम पर मेवा खाना.

*8. वनवासी कल्याण संस्था (1972) कार्य:* आदिवासियों को गुमराह करके हिन्दुत्व के प्रभाव में रखना.

*9. राष्ट्रीय सिख संगत (1986) कार्य:* सिख धर्म के लोगों को हिन्दुत्व के प्रभाव में रखना.

*10. सामाजिक समरसता मंच कार्य:* सामाजिक समरसता की नौटंकी रचाकर बहुजनों में गुलामी की प्रवृत्ति को बढ़ाने का प्रयास करना.

*11. भारतीय किसान संघ (1977) कार्य:* किसानों की समस्याओं के लिये लड़ने का नाटक रचाकर उन्हें हिन्दुत्व की राह पर लाना.

*12. अखिल भारतीय ग्राहक पंचायत कार्य:* संघ ने हर क्षेत्र के लोगों को संगठित किया है, यहां तक कि ग्राहक लोगों का भी संगठन तैयार किया है, अर्थात समस्याओं से उनका लेना देना नहीं. बस जातिवाद की भावना उनमें जागृत करना मुख्य मकसद है.

*13. सहकार भारती (1978) कार्य:* सहकार क्षेत्र में सांप्रदायकता एवं वर्णवाद की भावना प्रबल कर ब्राहमणों का वर्चस्व बनाना और कथित हाईकास्ट के लोगों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना.

*14. विद्या भारती (1977) कार्य:* शैक्षणिक क्षेत्र में ब्राहमणों का वर्चस्व रखना. संशोधन के नाम पर अध्ययन की किताबों में गलत इतिहास लिखना, ब्राहमणों को श्रेष्ठ बनाना, बहुजनों को बदनाम करना.

*15. भारतीय अध्यापक परिषद कार्य:* अध्यापक लोगों को मनुवादी संस्कार छात्रों पर डालने के लिये तैयार करना, शिक्षण क्षेत्र में ऐसे अध्यापक बहुजन छात्रों को जानबूझकर फेल करते हैं और उन्हें पिछड़ा रखते हैं.

*16. हिन्दू सेवक संघ कार्य:* हिन्दुत्व रक्षा के लिये कार्यकर्ताओं का दल तैयार करना.

*17. भारतीय सेवक संघ कार्य:* देशभक्ति के नाम पर सांप्रदायिकता का प्रचार प्रसार करना.

*18. सेवा समर्पण संस्था कार्य:* विविध बैरायटी संस्था रजिस्टर कर ग्रान्ट का मलिन्दा खाना.

*19. संस्कार भारती (1981) कार्य:* संघ शाखा शिविर द्वारा बच्चों के कच्चे मन पर वर्गवाद के संस्कार डालना. उनके मन में धार्मिक अल्पसंख्यकों तथा आरक्षण के खिलाफ नफरत के बीज बोना.

*20. भारत भारती कार्य:* देश सेवा के नाम पर संघ की प्रसिद्धि करना, इमेज बनाना, फोटोग्राफर एवं वार्ताकार लेकर भूकम्प, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जाना और थोड़ा काम करके ज्यादा पब्लिसिटी करना.

*21. भारतीय विकास परिषद कार्य:* समाजसेवा के नाम पर शासकीय योजनाओं का लाभ उठाना.

*22. इतिहास संकलन समिति कार्य:* इतिहास संशोधव के नाम पर गलत इतिहास लिखाना, ब्राहमणों के अपराध छुपाकर उनका गुणगौरव करना.

*23. राष्ट्रीय लेखक मंच कार्य:* ब्राहमणवादी लेखकों को संगठित कर ब्राहमणों के पक्ष में साहित्य निर्मित करना.

*24. विश्व संवाद केन्द्र कार्य:* विश्व के विविध देशों में रहने वाले हिन्दुओं को संगठित कर हिन्दुत्व को बढ़ावा देना.

*25. विश्व संस्कृत प्रतिष्ठान कार्य:* संस्कृत को देववाणी का दर्जा देकर उसका प्रचार प्रसार करना.

*26. भारतीय सैनिक परिषद (1992) कार्य:* फौज में ब्राहमणवाद को बढ़ावा देना जो देश की एकता के लिये महा खतरा है.

*27 भारतीय अधिवक्ता संघ*
वकीलों को संगठित कर हाईकास्ट के लोगों को बड़े-बड़े अपराधों से बचाना. दलित बहुजनों को छोटे-छोटे गुनाहों पर कड़ी सजा दिलवाना.

*28. राष्ट्रीय वैद्यकीय संघ कार्य:* कथित हाईकास्ट के डाक्टरों को संगठित कर संघ की विचारधारा का प्रचार प्रसार करना.

*29. भारतीय कुष्ठ रोग निवारण संघ कार्य:* भाजपा की वोट बैंक मजबूत करने के लिये कुष्ठ रोगियों तक को संगठित करना.

*30. दीन दयाल शोध संस्थान कार्य:* सामाजिक एवं आर्थिक नीतियों पर रिसर्च करने हेतु आने वाले शोधकर्ताओं में ब्राहमणवादी व्यवस्था का ध्यान रखना.

*31. स्वामी विवेकानन्द मिशन कार्य:* अध्यापन के क्षेत्र में भी हिन्दुत्व प्रणाली को मजबूत करने हेतु कार्यरत संस्था.

*32. महामना मालवीय मिशन कार्य:* सामाजिक कार्य के नाम पर सांप्रदायिकता के बीज बोना.

*33. बाबासाहेब आमटे स्मारक कार्य:* स्मारक के बैनर तले संघ की गतिविधियों को संचालित एवं मजबूत करना.

*34. अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग परिषद कार्य:* अन्तर्राष्ट्रीय पटल पर संघ की प्रतिभा उज्जवल करना.

*35. भारती अपना संघ कार्य:* संघ की गतिविधियों को संचालित करने हेतु रिसर्च करना.

*36. मीडिया कन्ट्रोल सेन्टर कार्य:* गोबेल्स प्रचार तंत्र से पेपर मीडिया एवं इलेक्ट्रोनिक मीडिया पर कार्य करना, कथित हाईकास्ट की प्रतिभा उज्जवल करना, Sc, st,ओबीसी तथा अल्पसंख्यक समाज के बारे में गलतफहमियों का निर्माण करना, उन्हें नालायक, हीन, नाकाबिल एवं गुणवत्ताहीन बताना.

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