Saturday, November 26, 2016

गुरु घासीदास जी का अपमान

*डाँ. अभिराम शर्मा द्वारा बाबा गुरु घासीदास जी का अपमान कर धार्मिक,समाजिक उन्माद को बढ़ा कर पूरे अनुसूचित जाति वर्ग को नीचा दिखाया गया*

डाँ. अभिराम शर्मा द्वारा ढ़ेका स्थित(मस्तूरी-बिलासपुर मुख्य मार्ग)अपने फार्म हाऊस के शौचालय एवं गंदा पानी निकासी के लिए बनाये गये नाली के पास करोड़ों लोगों के आस्था के प्रतीक एवं मार्गदर्शक बाबा गुरूघासीदास जी का तस्वीर(वाल पेंटिंग)बना कर बाबा गुरूघासी दास जी को अपमानित करने का घिनौना मामला उजागर हुआ है।
                            इस अमानवीय घटना को डाँ.अभिराम शर्मा द्वारा सोची समझी रणनीति के तहत बाबा गुरु घासीदास एवं संपूर्ण अनुसूचित जाति वर्ग को अपमानित करने के लिए अंजाम दिया गया है।
                              इनके इस कृत्य से उनके अनुसूचित जाति वर्ग के खिलाफ घृणित एवं समाज विरोधी मानसिकता का पता चलता है।
                      उक्त घटना के प्रकाश में आने के बाद बाबा गुरुघासीदास जी के अनुयायियों द्वारा थाना तोरवा (बिलासपुर) में एफ.आई.आर. दर्ज कराई गई है।
जिसमें मुख्य अभियुक्त डाँ. अभिराम शर्मा कोे धार्मिक एवं समाजिक भातृत्व की भावना मे जहर घोल कर बाबा गुरु घासीदास जी को अपमानित करने के जुर्म मे कड़ी से कड़ी सजा दिलाने की मांग की गई है।
इस प्रकरण में तोरवा थाना प्रभारी परवेश तिवारी की भूमिका भी संदेह के दायरे में है क्योंकि इनके द्वारा घटना की सूचना मिलते ही संबंधित बाबा जी के तस्वीर (वाल पेंटिंग) को तत्काल मिटवा दिया गया है, ताकि अपने स्वजातीय डाँ. अभिराम शर्मा के उक्त असंवैधानिक एवं समाज विरोधी कुकृत्य पर पर्दा डालकर उसे जेल जाने से बचाया जा सके।
इसलिए हम सम्मानीय पुलिस अधीक्षक एवं कलेक्टर बिलासपुर के साथ ही उच्चस्थ प्रशासन से मांग करते हैं कि तोरवा थाना प्रभारी परवेश तिवारी पर भी घटना से संबंधित साक्ष्य मिटवाने के आरोप में इन्हे सह अभियुक्त बनाकर तत्काल निलंबित किया जाये ताकि उनके तोरवा थाना मे रहते जाँच पर कोई विपरीत प्रभाव ना पड़े।
उक्त घटना के तारतम्य में संबंधित डाँ. अभिराम शर्मा एवं तोरवा थाना प्रभारी परवेश तिवारी के खिलाफ कठोर कार्यवाही किया जाना अति आवश्यक है ताकि इस प्रकार धार्मिक एवं सामाजिक भाईचारा को बिगाड़ने वालों को सबक सिखाया जा सके,जो कि उच्च शिक्षित होने का चोला ओढ़कर अपने कपट मन में अनुसूचित जाति वर्ग के खिलाफ असमाजिकता के जहर को भरे फिरते हैं।

इस मामले मे एक और अजीब वाकया जुड़ गया है,जब,आज प्रकरण दर्ज कराने के समय दोपहर 02.35 के एक घंटे के भीतर ही थाना प्रभारी परवेश तिवारी द्वारा पुलिस प्रशासन को अपने हाथ का कठपुतली बनाकर अपने सजातीय अभिराम शर्मा को जेल जाने से बचाने के लिये फौरन विवेचना करवा कोर्ट अविलंब चालान पेश कर दिया गया।
जिस पर त्वरित कार्यवाही करते हुये आज शाम को ही आरोपी ड़ाँ.अभिराम शर्मा को माननीय स्पेशल कोर्ट पंकज चंद्रा द्वारा जमानत दे दिया गया है,इस बीच समाज प्रमुखों द्वारा आरोपी अभिराम शर्मा के जमानत पर समाजिक संघर्ष की संभावना के मद्देनजर आपत्ति किया गया।इसके बावजूद आरोपी डाँ.अभिराम शर्मा को छोड़ा गया जबकि इन्ही धाराओं के तहत विकास खाण्डेकर(मुंगेली)को विगत एक माह से बगैर जमानत दिये जेल मे सड़ाया जा रहा है।
इस प्रकार के परिस्थिति एवं फैसले से पूरा अनुसूचित जाति वर्ग मे रोष व्याप्त है।

                 इसलिए संपूर्ण अनुसूचित जाति वर्ग द्वारा प्रशासन एवं माननीय न्यायालय से यह मांग है कि आरोपी डाँ.अभिराम शर्मा,तोरवा थाना प्रभारी परवेश तिवारी एवं इस के घटना मे शामिल अन्य आरोपियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी सजा की कार्यवाही की जाऐ,ताकि पूरे मानव समाज मे सामाजिक एवं धार्मिक बंधुत्व पर कोई आंच ना आये।

धर्मेन्द्र कौशले
अध्यक्ष
मिनीमाता गुरूद्वारा प्रबंधन समिति पचपेड़ी जिला बिलासपुर
संपर्क सूत्र 9424147726

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