Saturday, November 26, 2016

जिग्नेश मेवानी की रिहाई की मांग

प्रेस-विज्ञप्ति
जिग्नेश मेवानी तथा तीन और साथियों की गिरफ्तारी की निंदा करते हुए उनकी रिहाई की मांग की जाति उन्मूलन आंदोलन ने

रायपुर, दिनांक 21 नवम्बर 2016। जाति उन्मूलन आंदालन छत्तीसगढ़ ने गुजरात के दलित आंदोलन के युवा नेता जिग्नेश मेवानी और तीन अन्य साथियों को गिरफ्तार कर अहमदाबाद सेंट्रल जेल में रखने की तीव्र निंदा की है। विदित हो कि जिग्नेश मेवानी, गुजरात के उना में कथित गौरक्षकों और कट्टर हिंदूत्ववादी गिरोहों के अत्याचार से पीड़ित दलितों के अभूतपूर्व आंदोलन में उभरे हैं। जिस आंदोलन में यह नारा लगा कि ’’गाय की पूंछ तुम रखो, हमें हमारी जमीन दो’’। तत्पश्चात् यह आंदोलन पूरे गुजरात में फैल गया है। जिग्नेश और साथियों की गिरफ्तारी दलितों और उत्पीड़ितों द्वारा जाति व्यवस्था के खिलाफ, भूमि और वैकल्पिक रोजगार के लिए जो संघर्ष छेड़ा जा रहा है उस पर एक हमला है। यह हमला ब्राम्हणवादी, मनुवादी फासिस्ट ताकतें जो देश के काॅर्पोरेटीकरण की आड़ में पूरे देश में कर रही हैं उसी का हिस्सा है। हम तमाम प्रगतिशील ताकतों से अपील करते हैं कि वो जिम्नेश और अन्य साथियों की रिहाई के लिए अपनी आवाज बुलंद करें तथा जाति व्यवस्था के खिलाफ, दलितों के लिए भूमि व वैकल्पिक रोजगार की मांग के साथ ज्योतिबा फूले के मृत्युदिवस 26 नवंबर से डाॅ. बी.आर. आंबेडकर के मृत्युदिवस 6 दिसंबर 2016 तक प्रतिरोध अभियान चलाएं।
जय भीम लाल सलाम,

संजीव कुमार
संयोजक
जाति उन्मूलन आंदोलन
छत्तीसगढ़

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